life

 चल आ आज गम को कही छोड़ आते हैं 

चल आ आज खुशियो को फ़िर मोड़ लाते हैं 

उदासी का ये सिलसिला ख़त्म करते हैं 

जो नही हो सका उस बात को दफ़न करते हैं 

चल फ़िर एक नयी उम्मीद जगाते हैं 

चल आ आज गम को कही छोड़ आते हैं 

ढून्ढने खुशियो को कही दूर जाना नही है 

किसी किले मे जो मिले ये वो खजाना नही हैं 

चल उल्झी हुयी ज़िन्दगी को थोड़ा सरल बनाते हैं 

चल आ आज गम को कही छोड़ आते हैं 


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